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वाराणसी नगर निगम ने जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र को डिजिटल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत कार्यदाई संस्था ने निगम में स्थित दस्तावेजों के बड़े-बड़े गट्ठरों को इकट्ठा करने में लग गई हैं।
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया-वाराणसी नगर निगम में लगभग ढाई लाख से 3 लाख के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों का ब्यौरा है। ऐसे सभी दस्तावेजों को अब डिजिटल किया जाएगा।
55 साल पुराने दस्तावेज को किया जा रहा डिजिटल
उन्होंने बताया- सीएसआर फंड की मदद से डिजिटल करने का काम शुरू कर दिया गया है। सभी रजिस्टर को स्कैन करने की प्रक्रिया सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चलती है। एक दिन में 10 से 12 रजिस्टरों को स्कैन किया जा रहा है।
संदीप श्रीवास्तव ने बताया- नगर आयुक्त ने इसे पूरा करने के लिए दो माह का समय दिया हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम अब एक और शुरुआत करने जा रही है
काशीवासी अब अपने नजदीकी जोनल कार्यालय पर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन कर सकेंगे।
जोनल कार्यालय से मिल जायेगा जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र
संदीप श्रीवास्तव ने बताया-जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए आवेदकों को पहले की भांति सीआरएस पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आवेदकों को प्रमाणपत्र हार्ड कापी अब जोनल कार्यालयों से ही मिल जाएगी। ऐसे में आवेदकों को प्रमाणपत्र के लिए निगम मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना होगा।
कार्यकारिणी सदस्य मदन मोहन दुबे के प्रस्ताव पर निगम ने वरुणापार, सारनाथ, भेलूपुर, ऋषि मांडवी, आदमपुर व कोतवाली जोन में कंप्यूटर आपरेटरों की तैनाती कर दी है।
वहीं रामनगर जोन में पहले ही प्रमाणपत्र जारी हो रहा था। जबकि दशाश्वमेध जोन के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र निगम मुख्यालय से ही जारी होंगे।