![Shaurya News India](backend/newsphotos/1654065203-WhatsApp Image 2022-05-31 at 5.56.53 PM.jpeg)
देवरियाः जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार सोशल सेक्टर से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई. मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा विकास भवन के गांधी सभागार में की गयी. उन्होने इस दौरान समाज कल्याण अधिकारी द्वारा आकडे प्रस्तुत किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा सुधार लाये जाने की चेतावनी दी. साथ ही उन्होने संबंधित पटल सहायक पर कार्रवाई किए जाने का भी निर्देश उन्हे दिया.
मुख्य विकास अधिकारी श्री कुमार सोशल सेक्टर से जुडे विभागो जैसे दिव्यांग जन सशक्तिकरण, समाज कल्याण, पिछडा वर्ग कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि इन विभागो द्वारा संचालित योजनाएं वास्तविक रुप से जरुरतमंदो से जुडी हुई है, इनमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए, ध्यान रहे कि इससे जुडे सभी पात्र योजनाओ का लाभ उठा सके.
दिव्यांगजन विभाग की समीक्षा के दौरान इससे जुडे संगठनो द्वारा दिव्यांगो के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं को ओर सरलीकृत एवं दिव्यांगो के हित में व्यापक रुप दिए जाने की मांग की गयी. मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वे लिखित रुप में अपने डिमाण्ड को रखे, ताकि शासन स्तर पर उसे प्रस्तुत किया जा सके.
निराश्रित महिला सहायता कार्यक्रम, राष्ट्रीय पारिवारिक सहायता योजना, अनुसूचित, सामान्य आदि वर्गो के पुत्रियो की शादी, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, कन्या सुमंगला योजना आदि की गहन समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा की गई. छात्रवृत्ति के प्रक्रियाओं का निर्धारित समय सारणी अनुसार उसे पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए गए. समाज कल्याण अधिकारी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति व लम्बित आवेदनो का विवरण सही रुप से नही रखे जाने पर मुख्य विकास अधिकारी ने काफी नाराजगी जताई और सचेत करते हुए कहा कि यह स्थिति अत्यन्त ही खेदजनक है, इसमें अनिवार्य रुप से सुधार लाये, अन्यथा कडी कार्यवाही की जायेगी.
इस बैठक में दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी मीनू सिंह, बीएसए सन्तोष राय, जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल सोनकर, समाज कल्याण अधिकारी जैसवार लाल बहादुर, बाल संरक्षण अधिकारी जेपी तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व देवेन्द्र नाथ पाण्डेय, राकेश सिंह आदि उपस्थित रहे.
रिपोर्ट- शिव प्रताप कुशवाहा