Shaurya News India
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 उत्तराखंडः सप्त दिवसीय शीतकालीन तीर्थ यात्रा की शुरुआत आगामी 27 दिसम्बर से होगी। यह ऐतिहासिक शीतकालीन चारधाम तीर्थ यात्रा  'परमाराध्य' परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' के पावन सान्निध्य में हो रही है। यात्रा के आमंत्रण के  लिए ज्योतिर्मठ का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मिला । उन्हें यात्रा का आमंत्रण पत्र दिया । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य जी की यात्रा के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की है । 

  उल्लेखनीय है कि आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा ढाई हजार वर्ष पूर्व स्थापित परंपराओं का निर्वहन करते हुए ज्योतिष्पीठ पीठ के शंकराचार्य शीतकालीन पूजा स्थलों की तीर्थ यात्रा कर रहे हैं। आदिगुरु शंकराचार्य परंपरा के इतिहास में यह पहला अवसर है कि जब ज्योतिष्पीठ के आचार्य द्वारा उत्तराखंड स्थित चार धामों के पूजा स्थलों की तीर्थ यात्रा की जा रही है। 
 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य जी की यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उनकी तीर्थ यात्रा से चारों धामों में शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस अवसर पर चार धाम यात्रा की मंगल कामनाएं प्रेषित की । 

 उल्लेखनीय है कि जगतगुरु शंकराचार्य जी की चार धामों की यात्रा 27 दिसम्बर से प्रारंभ हो रही है । इस यात्रा का समापन आगामी 2 जनवरी को हरिद्वार में समाप्त होगी ।

 प्रतिनिधिमंडल में ज्योतिर्मठ प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुन्दानन्द,  ब्रह्मचारी श्रवणानन्द ,ज्योतिर्मठ  मीडिया प्रभारी डॉक्टर बृजेश सती, प्रवीण नौटियाल, देवेन्द्र धर, रजनीश, विकास, गौरव आदि शामिल रहे

उक्त जानकारी परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय ने दी है। 

रिपोर्ट- धनेश्वर साहनी
 

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