
सीतामढ़ी खबर भदोही जनपद के सीतामढ़ी लवकुश कुमारों की जन्मस्थली बट वृक्ष के नीचे वट सावित्री वृती महिलाएं सायंकाल से पूजा पाठ करती हुई नजर आए वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है. इस बार वट सावित्री व्रत 26 मई यानी रखा जा रहा है. इसके साथ ही वट सावित्री व्रत सत्यवान-सावित्री की कथा से जुड़ा हुआ है, जिसमें सावित्री ने अपनी चतुराई से यमराज को मात देकर सत्यवान के प्राण बचाए थे.
वट सावित्री व्रत की कथा वट सावित्री व्रत एक ऐसा व्रत है जिसे विवाहित हिंदू महिलाएं अपने पति और बच्चों की सुरक्षा और सफलता के लिए रखती हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को किया जाता है. इस दिन सुहागन स्त्रियां बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं. वट सावित्री व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है. कहते हैं कि इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं एक साथ मिलकर कथा सुनती हैं.