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भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में आज दिनांक 03-02-2025 को वर्ल्ड बैंक की टीम ने भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में मिर्च के उत्पादन,
प्रसंस्करण एवं निर्यात की संभावनाओं का पता करना था। इस दौरान संस्थान एवं वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधियों ने किसानों, किसान उत्पादक संघ के प्रतिनिधि, निर्यातकों एवं वैज्ञानिकों से गहन चर्चा की। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, शहंशाहपुर वाराणसी के निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय के मार्गदर्शन में आयोजित इस बैठक में विश्व बैंक के प्रतिनिधि सुश्री तन्वी खंडेलवाल एवं ऋषिका राठी के साथ परियोजना समन्वयक डॉ. राजेश कुमार, विभागाध्यक्ष डॉ.
अनंत बहादुर, डॉ. अरविंद नाथ सिंह, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज सिंह, कृषि उपनिदेशक, वाराणसी अखिलेश कुमार, जिला उद्यान निरीक्षक, ज्योति कुमार के साथ संस्थान के अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे।
संस्थान की एबीआई इकाई द्वारा मिर्च और मटर के माध्यम से उत्पादकता एवम उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, उत्पादन एवम निर्यात से उद्यमशीलता की क्षमता विकसित करना और उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने के उदेश्य से एक संगोष्ठी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया
जिसमें 10 से ज्यादा किसान उत्पादक संघो के निदेशकों एवम 40 से ज्यादा प्रगतिशील किसानो ने भाग लिया। चर्चा के दौरान मिर्च एवम मटर से संबंधित उत्पादन संबंधित लागत,
बाजार समस्या एवम कृषकों की आवश्यकता के उपर बात की गयी। इस संगोष्ठी में डॉ. इन्दीवर प्रसाद ने मिर्च के निर्यात संबंधित मानकों के उपर एक प्रस्तुति दी। डॉ. ज्योति ने मटर की इस क्षेत्र की अग्रणी प्रजातियां जैसे काशी उदय,
काशी मुक्ति, काशी अगती, काशी नंदिनी, काशी पूर्वी एवं काशी तृप्ति प्रजातियों पर जानकारी दी। इस बैठक का संचालन डॉ इन्दीवर प्रसाद ने किया तथा कार्यक्रम के अंत एबीआई इकाई के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन मौर्य, प्रधान वैज्ञानिक के धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।