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वाराणसी में 15 दिन पहले मारपीट में घायल युवक BHU में इलाज के दौरान मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने कठिरांव चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया।


पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर 5 घंटे बाद जाम खुलवाया था लेकिन पुलिस के जाने के बाद फिर से परिजन सड़क पर बैठ गए। अब तक लगभग 16 घंटे बीत गए हैं।


सुबह से परिजन शव लेकर चौराहे पर जुटे हुए हैं। परिजनो का आरोप है जब तक फूलपुर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तब तक जाम नहीं खत्म करेंगे। पुलिस मौके पर तैनात है और फिर समझाने का प्रयास कर रही है।


घटना रविवार शाम फुलपुर थाना क्षेत्र के कठिरांव बाजार की है। 1 फरवरी को युवक बाइक से सब्जी खरीदने के लिए मंडी जा रहा था। इसी दौरान नोनारी गांव में रास्ते में खड़े बुजुर्ग को धक्का लग गया। युवक और बुजुर्ग गिर गए।


आक्रोशित ग्राम प्रधान और अन्य लोगों ने युवक की पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल युवक को परिजन स्थानीय हॉस्पिटल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे BHU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।

जानिए पूरा घटनाक्रम

कठिरांव के बड़वापुर गांव निवासी मंदीप सोनकर (22) पुत्र राजा सोनकर अहमदाबाद में रहता था। कुछ दिन पहले गांव आया था। परिजनों के मुताबिक मंदीप एक फरवरी को बाइक से नोनारी बाजार स्थित सब्जी मंडी जा रहा था। नान्हूपुर के पास बुजुर्ग को बाइक से धक्का लग गया।


इस पर ग्राम प्रधान राय साहब और उनके समर्थकों ने मंदीप की बेरहमी से पिटाई कर दी। इसके बाद 4-5 युवकों ने मिलकर बरही नेवादा नहर पुलिया के पास उसे पीट दिया।


गंभीर रूप से घायल मंदीप को स्थानीय हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जहां से डॉक्टरों ने BHU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। बीएचयू में 15 दिन से इलाज चल रहा था। रविवार को मंदीप की मौत हो गई।

सड़क पर शव रखकर जाम कर दिया हाईवे

पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार शाम परिजन शव लेकर गांव पहुंचे तो लोगों में आक्रोश फैल गया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ग्रामीण रात 8 बजे कठिरांव चौराहे पर शव रखकर बैठ गए। मंदीप के परिजनों ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाएंगे। मौके पर जिलाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे।


एसीपी पिंडरा और थानाध्यक्ष फूलपुर ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने। मृतक के भाई संदीप की तहरीर पर ग्राम प्रधान राय साहब, रोहित, अरविंद और विवेक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया। इसके बाद रात 1:30 बजे परिजन शव उठाने पर राजी हुए।

दो महीने पहले तय हुई थी शादी

मंदीप सोनकर 4 साल से अहमदाबाद में रहता था। वहां जूस की दुकान खोल रखी थी। उसका कारोबार बढ़िया चल गया था। मनदीप अपने तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। मंदीप की 3 जुलाई को शादी होनी थी।

1 महीने पहले उसका तिलक चढ़ा था। पूरा परिवार शादी की तैयारी में जुटा था। मंदीप मकान में काम करवाने और खरीदारी के लिए घर आया था। मंदीप की मौत के बाद उसके पिता राजा सोनकर और मां तारा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।

एसीपी बोले गिरफ्तारी के लिए टीम सक्रिय

ACP पिंडरा प्रतीक कुमार ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमे में धारा बढ़ाकर आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस की एक टीम लगा दी गई है, जो आरोपियों का लोकेशन खंगाल रही है।

 

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